अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर पर 90 दिन के पॉज की वजह से डॉलर की डिमांड बढ़ गई है. इसके अलावा तमाम निवेशक फिर से अमेरिका का रुख कर रहे हैं, जिससे डॉलर में मजबूती हा रही है. इसकी वजह से गुरुवार को रुपया 22 पैसे कमजोरी के साथ बंद हुआ.